छम्मन के कनेक्शन और माननीय के रिएक्शन से पुलिस परेशान
रीवा। आईपीएल सट्टा किंग छम्मन सिंधी के बाहरी कनेक्शन के छानबीन को लेकर खासा परेशान है वहीं दूसरी ओर उसकी परेशानी माननीय के कनेक्शन को लेकर है। क्योंकि माननीय के पीए लगातार इस बात का दबाव डाल रहे हैं कि मामले को ठंडा किया जाए।
इस मामले में उच्च स्तरीय सूत्रों में जानकारी दी है कि पुलिस महकमे के बड़े अफसर लगातार इस मामले की कार्यवाही पर नजर बनाए हुए हैं और रीवा जिले के अफसर को हिदायत दे रहे हैं कि एक-एक कर आईपीएल सट्टा से जुड़े लोगों की जानकारी इकट्ठी करो, इसकी विपरीत स्थानीय पुलिस अफसर की परेशानी तब बढ़ जाती है जब उनके पास रीवा के माननीय निज सचिव द्वारा यह कहा जा रहा है कि मामला ठंडा करना है। इस मामले की कलाई तब खुली थी जब मीडिया में इस बात की खबर सामने आ गई कि छम्मन सिंधी उर्फ़ अमित आहूजा जब गिरफ्तार हुआ था तो निज सचिव महोदय उसे छुड़वाने थाने तक पहुंच गए थे। यह मामला अखबारों की सुर्खियों में रहा। उधर लगातार इस बात का दबाव बनाया गया कि अकेले छम्मन सिंधी के अलावा किसी और को इस मामले में मुजरिम न बनाया जाए, इसका परिणाम यह हुआ कि दबाव में पुलिस ने किसी को अपने कब्जे में नहीं लिया। अगर कड़ी कार्रवाई होती तो कई नकाबपोश चेहरे सामने आ जाते। इस मामले में खासबात यह है कि छम्मन के साथियों का नाम अखबारों ने पहले ही उजागर कर दिया था, लेकिन माननीय के निज सचिव के दबाव के आगे पूरा मामला ही ठंडा हो गया। उन्हें यह कहा गया है कि छम्मन के कनेक्शन के आधार पर बाहरी लोगों की ओर देखो , लेकिन लोकल अपराधियों की ओर देखना भूल जाओ। अब पुलिस परेशान है कि वह आखिर करें तो करे क्या ? यहां यह भी उल्लेखनीय है कि एक महीने पहले जब खाद्य विभाग वालों ने बेकरी वाले के यहां छापा मारा था तो सड़ी गली बेकरी और घटिया किस्म का बर्थडे केक काफी मात्रा में बरामद हुआ था, यह बेकरी संचालक माननीय और पूर्व सीएम को तलवार भेंट करने के बाद चर्चाओ में आया था। बताया गया है कि उसी के इशारे पर रीवा शहर की कई आपराधिक गतिविधियां संचालित होती हैं। वह माननीय और उनके निज सचिव दोनों का अत्यंत करीबी भी कहा जाता है, जबकि छम्मन सिंधी उसका शिष्य है, किसी का परिणाम है कि माननीय के निज सचिव को बगैर कुछ सोचे समझे थाने तक जाना पड़ा। इस तमाम मसले को लेकर पुलिस महकमा खासा परेशान है कि यदि यह वह आईपीएल सट्टा के मामले में कार्यवाही आगे बढ़ाता है तो उसे माननीय का कोप भाजन बनना पड़ेगा, उधर भोपाल के अधिकारी आईपीएल सट्टे कि इस कार्यवाही पर प्रगति मांग रहे हैं, जिस अफसरो की टशन बढ़ गई है।
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