पत्रकार वार्ता
त्योंथर रीवा
आरटीआई कार्यकर्ता विवेक सिंह दीपू द्वारा विश्राम गृह त्योंथर में प्रेस वार्ता कर 2014 के फर्जी नियुक्ति का किये खुलासा।
भरस्टाचार और फर्जीबाड़े का मामला दिन प्रति देखने और सुनने को मिलता रहता है जिसके कारण पात्र अभ्यार्थी नौकरी से वंचित रह जाते है इसी तरह के मामले में आज आरटीआई कार्यकर्ता विवेक सिंह दीपू ने प्रेस वार्ता कर सन 2014 में जनपद त्योंथर के तत्कालिक सीईओ ने भ्रस्टाचार की हद पार करते हुए ग्राम पंचायत मनिका में पात्र अभ्यार्थी की नियुक्ति न करके अपात्र विकास मिश्रा की नियुक्ति का खुलासा की है।
पूरा मामला रीवा जिले के त्योंथर जनपद पंचायत का है जहां ग्राम पंचायत मनिका में रोजगार सहायक के भर्ती का है। जिसका आरटीआई कार्यकर्ता विवेक सिंह दीपू ने सूचना अधिकार से प्राप्त दस्तावेजो से खुलासा कर रीवा कलेक्टर सहित संबंधित अधिकारियों को शिकायत कर तात्कालिक CEO मनीष बागरी और रोजगार सहायक के ऊपर कार्यवाही करवाने सहित पात्र अभ्यर्थी की नियुक्त करवाने हेतु प्रेस वार्ता किया गया है।
जहा पर प्रेस वार्ता के दौरान आज आरटीआई कार्यकर्ता विवेक सिंह दीपू ने खुलासा किया कि वर्ष 2014 में मध्य प्रदेश के द्वारा समस्त जनपदों के ग्राम पंचायतों में ग्राम रोजगार सहायक की भर्ती का आदेश जारी किया गया था जिसकी नियुक्ति की जिम्मेदारी जनपद पंचायत के सीईओ को सौंपी गई थी जिसमें त्योंथर जनपद के तत्कालीन सीईओ मनीष बागरी ने नियम विरुद्ध तरीके से अपात्र अभ्यर्थियों की फर्जी नियुक्ति की गई थी
मामला त्योंथर जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत मनिका का है जहा पर ग्राम रोजगार सहायक विकास मिश्रा की नियुक्ति फर्जी तरीके से की गई थी नियुक्त रोजगार सहायक विकास मिश्रा द्वारा दिए गए आवेदन को जब सूचना अधिकार के तहत निकाला गया तो पता चला कि विकास मिश्रा वर्ष 2007-2008 में 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण की है और उसी वर्ष कंप्यूटर की DCA परीक्षा पास की थी जबकि DCA के प्रवेश में न्यूनतम 12वी पास होना जरूरी है इतना ही नहीं तत्कालिक जनपद सीईओ के द्वारा मेरिट सूची में दर्ज अभ्यार्थी देवेंद्र सिंह की कंप्यूटर की डिग्री का मिलने वाला 50 अंक भी नहीं जोड़ा गया है जिसमें अभ्यर्थी देवेंद्र सिंह तीसरे स्थान पर पहुंच गया जब की अभ्यार्थी देवेंद्र सिंह इंदौर की देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय से PGDCA की पढ़ाई की है यदि देवेंद्र सिंह के कंप्यूटर शिक्षा का 50 अंक जुड़ जाता तो प्रथम स्थान पर आ जाता है।
सूचना अधिकार से मिले दस्तावेजों के आधार के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता ने रीवा कलेक्टर,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा, जनपद सीईओ त्योंथर,अनुविभागीय दंडाधिकारी त्योंथर सहित जनपद के संबंधित अधिकारी को लिखित शिकायत करते हुए मांग की है कि मामले की उच्च स्तरीय जांच कर फर्जी तरीके से नौकरी कर रहे विकास मिश्रा के ऊपर एफ आई आर दर्ज की जाए तथा अभी तक का वेतन की वसूली की जाए और इसी स्थान पर अभ्यर्थी देवेंद्र सिंह के कंप्यूटर का 50 जोड़कर उनकी नियुक्ति की जाए। और नियुक्ति करने वाले तत्कालीन जनपद पंचायत के मुख्य अधिकारी मनीष बागरी सहित अन्य संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की जाए।
जहां पर प्रेस वार्ता के दौरान आरटीआई कार्यकर्ता विवेक सिंह दीपू ने उपस्थित सभी पत्रकारों को आरटीआई से हुए खुलासे का दस्तावेज भी प्रस्तुत किए।


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