मंगलवार, 17 नवंबर 2020

आजादी के 74 साल बाद भी पथरौड़ा गांव के लिए प्रस्तावित रास्ते का नहीं हो रहा निर्माण।

 आजादी के 74 साल बाद भी पथरौड़ा गांव के लिए प्रस्तावित रास्ते का नहीं हो रहा निर्माण।


जवा जनपद सीईओ की तानाशाही रवैए के चलते शिकायतों पर नहीं हो रहा निराकरण।




एसडीएम से शिकायत करने पर  शिकायत कर्ता  से दुर्व्यवहार करते हुए शिकायत को किए निरस्त।


                            पथरौडा/  ग्राम पंचायत पथरौड़ा के पथरौडा गांव में आज भी आधे गांव वालो को दूसरे के पट्टे के जमीन से निकालने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है लेकिन जो प्रस्तावित रास्ता है  उस रास्ते के लिए कई सालो से ग्रामीण रास्ते के निर्माण के लिए सरपंच और जनपद सीईओ का चक्कर काट रहे है  लेकिन आज तक कोई ध्यान नहीं दिया गया।  जो आजादी के 74 वर्षो बाद भी सड़क का निर्माण नही हुआ। जिसका अनुमोदन 2004 में ग्राम  न्यायालय  द्वारा किया जा चुका है जिसके लिए लगातार ग्रामीण रास्ते के लिए ग्राम पंचायत से लेकर जनपद सीईओ ,जिला सीईओ और कलेक्टर रीवा से भी शिकायत करते आ रहे है ।

जिसकी शिकायत वर्तमान सरपंच लवलेश तिवारी और उपयंत्री अंशुल पटेल से कई बार की गई लेकिन निर्माण कार्य नही किया गया, तब इसकी शिकायत 14/10/2020 को जिला कलेक्टर रीवा इलैया राजा टी से की गई लेकिन आज तक  कोई ध्यान नहीं दिया गया।


तब भी हिम्मत न हारते हुए शिकायतकर्ता प्रदीप सिंह ने इसकी शिकायत नवागत जवा जनपद सीईओ सीईओ अरुण कुमार भारद्वाज से की गई तो उपयंत्री अंशुल पटेल के कहने पर सीईओ द्वारा कहा गया कि आप की सड़क कभी नही बनाई जाएगी,आप को जो करना है कर लीजिए। 

इस बात की शिकायत शिकायतकर्ता ने एसडीएम त्यौंथर संजीव पांडेय जी से की गई तो एसडीएम  पांडेय जी द्वारा सीईओ को सड़क बनाने के लिए बाते कहीं गई। तो जवा सीईओ ने एसडीएम से शिकायत करने के बजह से  शिकायतकर्ता को फटकार लगते हुए  कार्यालय से बाहर कर कहा कि अब कोई भी निर्माण कार्य नही कराया जाएगा। ऐसा आरोप शिकायतकर्ता ने लगाया है।

  इसके बावजूद भी प्रदीप सिंह ने दुबारा इस संबंध में बात करने गया तो सीईओ द्वारा कहा गया कि अब तुम्हारे ग्राम की सड़क दो वषों तक नही बनाई जाएगी,और तुम्हारी शिकायत को निरस्त कर दिया गया है। इतना ही नहीं शिकायतकर्ता के साथ दुर्व्यवहार करते हुए बाहर जाने को कहा गया।  जिससे पीड़िता को काफी मानसिक परेशानी हो रही है ऐसी प्रशासन व्यवस्था जनता के लिए हानिकारक साबित होती है और जनता का विश्वास लोक प्रशासन से उठता ही जाता है  जिससे परेशान शिकायतकर्ता ने सड़क की समस्या को लेकर सरपंच पथरौड़ा और सीईओ अरुण कुमार भारद्वाज जवा के खिलाफ जनपद कार्यालय के सामने अनशन में बैठने के मजबूर हो रहे है। 

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