सोमवार, 16 नवंबर 2020

मामला:ग्राम पंचायत बाराह का है जहा पर फौजी आरक्षक राम लोचन द्विवेदी आर्मी 115 वाहनी सुरक्षा बल बड गांव जम्मू कश्मीर मेकर एलओसी पर तैनात है लेकिन अपने गांव में परिवार वालों से सुरक्षा के लिए थाने से लेकर एस पी ऑफिस का चक्कर लगा रहे है।

 अपने और अपने परिवार को वैधानिक एवं कानूनी सुरक्षा प्रदान करने हे के लिए जवा थाने दिया गया शिकायत पत्र।<script data-ad-client="ca-pub-6333363795801377" async src="https://pagead2.googlesyndication.com/pagead/js/adsbygoogle.js"></script>


मामला:ग्राम पंचायत बाराह का है जहा पर फौजी आरक्षक राम लोचन द्विवेदी  आर्मी 115 वाहनी सुरक्षा बल  बड गांव जम्मू कश्मीर मेकर एलओसी पर तैनात है लेकिन अपने गांव में परिवार वालों से सुरक्षा के लिए थाने से लेकर एस पी ऑफिस का चक्कर लगा रहे है।

सबसे बडा सवाल जब देश की सुरक्षा करने वाला सुरक्षित नहीं तो आम लोगों कैसे हो सकते है सुरक्षित।

 हम बात करने जा रहे एक जवान कि को रात दिन एक करके एलओसी में तैनात होकर हम देश वासियों की रक्षा के लिए अपनी जान जोखिम में डाल कर डटे रहते है और हम सभी भारतीय आराम से दिए रहते है ।

लेकिन आज वही फौजी जवा थाने में अपनी और अपने परिवार के सुरक्षा के शिकायती आवेदन देकर सुरक्षा की गुहार लगाई है   शिकायत कर्ता रामलोचन द्विवेदी



पिता रामायण प्रसाद द्विवेदी ग्राम बाराह पोस्ट कोनिया कला तहसील थाना जवा जिला रीवा मध्य प्रदेश जो

वर्तमान में 109 ब्रिगेड 51 आर आर आर्मी 115 वाहिनी सीमा सुरक्षा बल में कार्यरत है जो कि जिला- बड़गांव जम्मू कश्मीर भारत पाक के एलओसी पर ड्यूटी पर तैनात है उनका आरोप है कि घर पर  उनकी पत्नी  छोटे-छोटे बच्चे  तथा वृद्ध माता-पिता रहते हैं             लेकिन विजय शंकर द्विवेदी पिता राम दुलारे द्विवेदी तथा उनकी पत्नी  पार्वती द्विवेदी और उनके लड़के आनंद मोहन द्विवेदी पत्नी सुधा द्विवेदी , लक्ष्मीकांत द्वारा मेरे  ड्यूटी पर जाने पर परिवार को सामूहिक रूप से मारपीट के साथ पत्थर से भी मारते है और बच्चों को अगवा करा लेने की धमकी  एवं जान से मारने की धमकी दी जाती है  जब कुछ कहा जाता है तो धारदार हथियार से मारने आते हैं जोकि लंबे समय से प्रताड़ित करते चले आ रहे हैं मौका पाकर घर में चोरी करने का भी प्रयास करते हैं महिलाओं के बाहर निकलने पर इज्जत लूटने की प्रयास करते हैं यहां तक कि महिलाओं के बाहर निकलने पर गंदी गंदी गालियां एवं शायरी बोलना अश्लील टिप्पणियां करना उनकी आदत  बन गई है जिनके ऊपर कई संगीन अपराध थाने में पूर्व से दर्ज हैं

जहा पर शिकायतकर्ता के ऊपर उन्हीं के द्वारा  झूठी एफआईआर,महिला थाना एवं सीएम हेल्पलाइन, हंड्रेड नंबर एवं थाना जवा में बार-बार कर रहे हैं।

जब मैं ड्यूटी पीरियड पर था तब भी 26/12/2019 को महिला थाना रीवा में एफआईआर  दर्ज कराई गई  है जब भी घर में छुट्टी आता हूं हमको हमेशा पुलिस केस में 376, 354 हमेशा फसाने की प्रयास करते हैं बोलते हैं कि तेरी नौकरी खा जाऊंगा पुलिस केस में फंसा दूंगा एव लगातार दो हजार सोलह से  परेशान करते आ रहे हैं घर पर आकर हमको छुट्टी काटना मुश्किल हो रहा है जिसकी सूचना पुलिस अधीक्षक रीवा एवं जिलाअधिकारी रीवा एवं और शिकायतकर्ता के विभाग द्वारा कई बार सूचना जिला अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक रीवा को दिया जा चुका  है थाना जवा में भी राम लोचन द्विवेदी उनकी मां और उनकी  पत्नी द्वारा कई बार गुहार लगा चुके हैं कहीं से भी  आज तक  उन्हें कोई भी सुरक्षा नहीं मिली है 

जहा पर शिकायतकर्ता का कहना है कि मैं अपने देश की रक्षा करूं या अपने परिवार की रक्षा करूं।

                बताया जाता है कि मामला आपसी जमीन का गई  जहा पर आराजी नंबर 350/3 जिसका बेदखली एवं स्टे जवा न्यायालय में विचाराधीन है 05/05 /2017 स्टे एवं बेदखली का केस न्यायालय में चल रहा है इस आराजी को पाने के लिए यह सभी प्रयास कर रहे हैं,।

जबकि आराजी न. 350/3 में मकान भी नहीं बना है। मकान राजी नंबर 350 /1/क/1 0033 हे0 भूमि के मालिक एवं मकान के मालिक  शिकायतकर्ता के पिता रामायण प्रसाद द्विवेदी के नाम पर राजस्व अभिलेख है  जब ये लोग अपने साडू के यहां से वापस और थे तो मकान किराए पर रहने के लिए दिया गया था  क्योंकि यहां की पूरी आराजी इनके पिता राम दुलारे और विजय शंकर के छोटे भाई बुद्ध नारायण द्विवेदी बराह को बिक्री कर के ग्राम डोडौ में चले गए थे। इसके बावजूद भी अब आ कर सरहंगई के दम पर जमीन हथियाने चाहते है।

जहा पर शिकायतकर्ता ने सभी मामलों की घटना स्थल में जाकर कर जांच कर जल्द से जल्द वैधानिक एवं कानूनी सुरक्षा प्रदान करने एवं न्यायालय के आदेश को आने तक इस आराजी पर रोक लगाई जाए और विजय शंकर के खिलाफ  सख्त कार्यवाही की जाए।

जिससे प्रार्थी चिंता मुक्त होकर एलओसी पर अपनी ड्यूटी का सही निर्वाह कर सके क्योंकि वहां से अपने परिवार वालों से भी बात करना बहुत असंभव है और इन लोगो द्वारा हमेशा परिवार को परेशान किया जा ता  रहता है।


         

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