ग्राम पंचायत कूडी के कोटेदार से हितग्राही परेसान।
अंगूठा लगवाकर नही देते पर्ची और खाद्यान कर जाते है हजम।
शिकायतो का नही होता असर,हितग्राहियो को धमकी देकर करा देते है मुह बंद।
मामला त्योंथर तहसील के ग्राम पंचायत के कूड़ी गांव का है है जहाँ पर अखिलेश प्रताप सिंह कोटेदार पति सरपंच खुशबू सिंह के मिली भगत से खाद्यान्न वितरण में धाधली कर गरीबों के खाद्यान में डाका डाल कर हितग्राहियो को पर्ची नहीं दिखाते/ और न ही उन्हें देते।
यहा तक की जो कुछ भी खाद्यान दिया जाता है वो भी कम दिया जाता है ऐसा आरोप हितग्राहियो ने लगाया है।
बताया जाता है कि कोटेदार की पत्नी खुसबू सिंह कूडी ग्राम पंचायत की सरपंच है इसी बजह से सरपंच और कोटेदार की मिली भगत से खाद्यान्न की कालाबाजारी की जा रही है। वही शासन द्वारा कोरोना के महामारी को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से pmgky युक्त खाद्यान की घोषणा की गयी है और कहा गया है उचित मूल्य में ही खाद्यान का वितरण किया जाय,लेकिन कोटेदार द्वारा सिर्फ एक माह का ही खाद्यान दिया गया है जबकि शासन की तरफ से पूरा खाद्यान दुकान को दिया जा चुका है।
कई बार हितग्राहियो शिकायत के पश्चात् जब जाच करने रोहित सिंह बघेल पहुचे तो उन्हीं के सामने उनके घर वाले और स्वयं कोटेदार शिकायतकर्ता के साथ बत्तमीजी करते हुए झगड़ने लगे थे।
और जाँच में व्यवधान डालने की कोशिश करते रहे।
जहा पर हितग्राहियो द्वारा जाच दल से निवेदन किये है कि जो जाच हो वो पुलिस बल के सहयोग से शिकायतकर्ता के बयान पूरी वीडियो रिकार्डिंग के साथ दर्ज कराया जाय। ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो जाये नही तो ऐसे ही कोटेदार द्वारा दबंगई के दम पर गरीब हितग्राहियो को दबाते रहेंगे।
जाच दल के सामने ही लोगो ने आरोप लगाया है कि पिछले कुछ महीनो से पूरा खाद्यान भी प्राप्त नही हो रहा है।
जिसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से फोन व लिखित में की गई है जिसे संज्ञान में लेते हुए
कलेक्टर रीवा द्वारा नोटिस भी जारी किया गया था इसके बाद खाद्य आपूर्ति
के जांच अधिकारी रोहित सिंह बघेल ने खाद्यान की दुकान का निरीक्षक कर मौके पर पहुंच कर लोगों के ब्यान भी दर्ज किये थे, लेकिन अब कोटेदार द्वारा दबाव बनाकर बयान को बदलने की कोशिश की जा रही है ताकि मामला रफा दफा हो जाय।
वही शिकायतकर्ता का कहना है कि सही जाच कर दुकान को समय पर न खोलने,पर्ची न देने, खाद्यान वितरण में धांधली, खाद्यान का व्योरा न देने के संबंध पर शिकायत दर्ज हो।
और इस मामले को यथाशीघ्र संज्ञान में लेकर गरीबो का हक़ दिया जाय











